चंद्रपुर: ‘अवकली’ की मार खरीफ-रबी फसलों पर; धान उत्पादक किसान चिंतित..Chandrapur: 'Avakali' hits Kharif-Rabi crops; Paddy producing farmers worried
चंद्रपुर: ‘अवकली’ की मार खरीफ-रबी फसलों पर; धान उत्पादक किसान चिंतित
चंद्रपूर जिल्हा :- चंद्रपुर जिले में आज सुबह से हो रही बेमौसम बारिश के कारण खरीफ और रबी की फसल प्रभावित होने की आशंका है. कल मंगलवार (28 तारीख) को भी क्षेत्रीय मौसम विभाग ने चंद्रपुर जिले में येलो अलर्ट घोषित किया है, जिससे धान उत्पादक चिंतित हैं.
चंद्रपुर जिले में खरीफ और रबी की फसलें बड़ी मात्रा में उगाई जाती हैं। इस समय खरीफ सीजन अंतिम चरण में है और रबी फसल की खेती की जा रही है। इस तरह एक सप्ताह तक बादल छाए रहने का माहौल बना हुआ था। इस बीच आज सुबह से चंद्रपुर जिले के अधिकांश हिस्सों में बेमौसम बारिश शुरू हो गई है. इससे रबी और खरीफ दोनों मौसमों में फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका पैदा हो गई है..
जिले के नागभीड ब्रम्हपुरी, सिंदेवाही, मूल, सावली, गोंडपिपरी, चिमूर, चंद्रपुर तालुका में धान बड़ी मात्रा में उगाया जाता है। इस समय धान अपने अंतिम चरण यानि कटाई और कटाई के मौसम में है। मध्यम धान की फसल खत्म हो गई है। जबकि भारी फसलों की कटाई-मड़ाई का काम चल रहा है. इधर-उधर कीचड़ में झुण्ड पड़े हुए हैं। रबी की फसलों के साथ-साथ चना, अलसी, गेहूं, अरहर की फसल की खेती कुछ स्थानों पर की गई है तथा कुछ स्थानों पर प्रगति पर है.
इन दोनों फसलों पर बेमौसम बारिश का संकट है.
सोयाबीन, कपास और हल्दी को राजुरा, कोरपना, वरोरा, बल्लारपुर, जिवती, भद्रावती और पोंभुरना तालुका में अंतरफसल के रूप में उगाया जाता है। वर्तमान में सोयाबीन की फसल निकल चुकी है।
जब किसान अभी तक उबर नहीं पाए हैं तो फिर बेमौसम संकट
मोज़ेनक रोग के कारण सोयाबीन बर्बाद हो गई। अभी कपास की फसल खेत में खड़ी है. कपास चुन लिया गया है. इस बीच आज सुबह 10 बजे से चंद्रपुर समेत कपास, सोयाबीन और तुअर उत्पादक इलाकों में भारी बेमौसम बारिश हुई. इससे कपास की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है. साथ ही अंतरफसली तुरी पर भी असर पड़ने की आशंका है. अभी किसान सोयाबीन के नुकसान से उबर भी नहीं पाए हैं कि एक बार फिर किसानों पर बेमौसम मौसम का संकट आ जाने से किसान डरे हुए हैं.
कटा हुआ धान बर्बाद हो जायेगा
हल्की और मध्यम धान की फसल कट चुकी है। क्षेत्र में क्लस्टर बनाए गए हैं। इस समय बड़े पैमाने पर भारी धान की कटाई और पैकिंग का काम चल रहा है. कुछ जगहों पर धान की कटाई हो चुकी है. झुंड खेत में पड़े हैं. ऐसे में बेमौसम बारिश से झुंड के बर्बाद होने की आशंका है. धान उत्पादक क्षेत्रों में आज हल्की बारिश हो रही है. इससे मवेशियों को पैक करना मुश्किल हो जाएगा। सोमवार को हल्की बारिश हुई लेकिन क्षेत्रीय मौसम विभाग ने कल, मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. ऐसे में धान किसान परेशान हैं. एक ओर जहां सरकारी धान क्रय केंद्र अब तक शुरू नहीं हो सके हैं. धान का कोई दाम नहीं है. इसके अलावा अगर बेमौसम बारिश से धान की फसल बर्बाद हो गयी तो धान की बिक्री मुश्किल हो जायेगी और औने-पौने दाम पर धान बेचने की नौबत आने से इनकार नहीं किया जा सकता.
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