चंद्रपुर: आदिवासी समुदाय ने किया रावण दहन का विरोध; घुग्घूस में तनाव..Chandrapur protests Ravana Dahan; Tension in Ghugghus..

चंद्रपुर: आदिवासी समुदाय ने किया रावण दहन का विरोध; घुग्घूस  में तनाव..


चंद्रपूर ( डेली न्युज ) :- अन्याय, अहंकार, पाप प्रवृत्ति के प्रतीक के रूप में रावण का दहन किया जाता है। इसी के तहत हिंदू रावण दहन का आयोजन करते हैं। आज, मंगलवार को विजयादशमी पर चंद्रपुर तालुका के घुघूस शहर में बहाडे प्लॉट में रावण के प्रतीकात्मक दहन के लिए सुबह एक छवि तैयार की जा रही थी। इसी बीच सुबह करीब साढ़े नौ बजे शहर के आदिवासी भाई बहेड़े प्लॉट पर आ गए और रावण दहन का जमकर विरोध किया। रावण आदिवासी समुदाय का देवता है और आदिवासी समुदाय ने यह रुख अपनाया कि उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाना चाहिए.

आदिवासी भाइयों ने घुग्गस शहर में विरोध मार्च निकाला और रावण दहन के खिलाफ जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी. इस मार्च में महिलाओं की अच्छी-खासी मौजूदगी थी. कुछ समय के लिए तनाव का माहौल बन गया क्योंकि आदिवासी भाइयों ने यह निर्णय ले लिया कि वे बहेड़े प्लॉट में रावण का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे। पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस इंस्पेक्टर आसिफराजा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. दंगा नियंत्रण टीम भी मौके पर पहुंची.


आदिवासी समुदाय के लोगों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया है और पुलिस प्रशासन ने इसके समाधान के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या शाम को घुग्घूस शहर के बहाड़े प्लॉट में रावण दहन हुआ था. शांति व्यवस्था भंग न हो इसके लिए पुलिस की अच्छी व्यवस्था रखी गयी है. रावण आदिवासी समुदाय का देवता है और आदिवासी समुदाय ने उसका दाह संस्कार न करने का फैसला किया है.


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